शायरी


मोहब्बत की कहानी में अगर विराम लिखतीं हूँ ।
तो हिन्दी से हथेली पर उसी का नाम लिखतीं हूँ ।
उस की सन्दली बाहों को जब बिस्तर बनाती हूँ  ।
तो खुद को राधिका लिखतीं उसे घनश्याम लिखतीं हूँ ।


           मीनाक्षी शुक्ला 🙏🏻