युवाओं की वजह से अधिकतर नेताओं को करनी पड़ रही है दिखावे की समाजसेवा : मिन्नत गोरखपुरी




कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी से जहां एक तरफ गरीब व मजदूर लोगों की मदद करने में केंद्र सरकार पूरी तरीके से विफल दिखाई दे रही है। वहीं दूसरी तरफ देश के युवाओं ने पुलिस प्रशासन व स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर वह कर दिखाया है जिसका पूरा भारत देश हमेशा बानगी रहेगा।
गोरखपुर शहर के युवा शायर एवं संचालक, समाजसेवी, साहित्यकार, स्वर्गीय मनोहर पारिकर साहित्य एवं पूर्वांचल यूथ आईकॉन सम्मान से सम्मानित मिन्नत गोरखपुरी ने बताया कि देश के युवाओं ने अपने निजी जमा पैसे से हर तरह से गरीबों व मजदूर लोगों की मदद की चाहे लाक डाउन में बेबस अपने वतन लौट रहे मजदूरों को खाना खिलानेकी बात हो चाहे घर पर बिना चूल्हा जल रहे घरों में कच्चा राशन व अन्य खाने संबंधित चीजों को उनके घर घर पहुंचा कर मदद करने की हो।
चाहे जागरूकता के नाम पर  मास्क, सैनिटाइजर व ग्लब्स बांटकर इस महामारी से बचाने के लिए लोगों को जागरूक करने की हो हर जगह देश की युवाओ की भागीदारी प्रथम रही और कहीं-कहीं युवाओं की वजह से नेताओं को शर्माकर लोगों की मदद करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
मिन्नत गोरखपुरी ने मौकापरस्त नेताओं पर प्रहार करते हुए कहां की कुछ तुच्छ नेता इस विषम परिस्थितियों में भी हिंदू मुस्लिम की राजनीति कर देश में कोरोना से ज्यादा खतरनाक जहर घोलकर नफरत का माहौल पैदा करने की नाकाम कोशिश किए जा रहे हैं। जिन्हें देश का पढ़ा लिखा हुआ कतई कामयाब नहीं होने देगा। जो अपना नेतृत्व करने में स्वयं सक्षम है।
मिन्नत गोरखपुरी ने कहा कि आज महामारी से लड़ने के लिए देश के हर वर्ग युवा तैयार है क्योंकि इस महामारी से आपसी मोहब्बत से एक दूसरे का सहयोग कर और सरकार द्वारा जारी आदेशों व निर्देशों का पालन कर आसानी से लड़ा जा सकता है।
      



       


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