सात्विक आहार व स्वच्छता से कोरोना पर विजय

 

 

अनिल त्रिपाठी ज्योतिषाचार्य   




उरूवा बाजार,गोरखपुर।वर्तमान समय मे जहाँ लोग कोरोना जैसी महामारी से भयभीत व सशंकित हैं वहीं उन्हें स्वयं सात्विक व स्वच्छता की पहल कर इस पर विजय प्राप्त करें।इस वर्ष ग्रहों में सात्विक ग्रह बृहस्पति, सूर्य और चंद्रमा ग्रह जब बलवान होते हैं तब वायु मण्डल भी स्वच्छ और सात्विक होता है ।वहीं इसके कमजोर होने से वायु मण्डल के साथ मानव जीवन पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।गत 26 दिसंबर 2019 को वर्ष का अन्तिम सूर्य ग्रहण दिखाई दिया था।जिसमें ग्रहण के दिन षडाष्टक योग का निर्माण हुआ था।जिसके फलस्वरूप परिणाम हम सबके सामने है।31 मार्च 2020 से 13 अप्रैल 2020 तक सूर्य रेवती नक्षत्र पर रहेंगे सामान्यतया  इस कालांश में सूर्य कमजोर रहते हैं जिसके कारण यह महारोग अपना बड़ा रूप ले सकता है ।

उक्त बातें ज्योतिषाचार्य पंडित अनिल त्रिपाठी  ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कही ।श्री त्रिपाठी ने आगे कहा कि 13 अप्रैल 2020 रात्रि 10,38 मि, पर सूर्य अपनी उच्च राशि मेष के अश्विनी नक्षत्र पर होंगें जिससे चिकित्सा क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि व मार्गदर्शन मिलने की संभावना है।किंतु दिव्यमास और मेषारम्भ वर्ष के सम्मिलित फल को देखते हुए 13 अप्रैल 2020 से आरम्भ होने वाले मेषारम्भ  वर्ष में और भी अशुभ होने के संकेत  की सम्भावना है।ज्योतिष के अनुसार मई 2020 के अन्तिम सप्ताह से इस महारोग से निजात मिलनी शुरू होगी।जिनकी कुंडली में शनि,चंद्रमा ,राहु और सूर्य कमजोर हों तो उन लोगों को विशेष सावधानी से रहते हुए  आदित्य हृदय स्तोत्र का दैनिक पथ करना चाहिए।

वहीं इस महामारी से बचने में लोगों से दूरी,सात्विक आहार,स्वछ रहन सहन, घर मे कपूर,लोहबान को मदार की लकड़ी या गाय के गोबर से बने उपलों पर हवन करके इससे बचा जा सकता हैं।