इस जंग को भी हम जीतेंगे-अंकित मिश्रा राष्ट्रवादी

                                                                      



आज भारत ही नहीं वरन सम्पूर्ण विश्व में महामारी के रूपे फैले कोरोना संकट ने झकझोर कर रख दिया है ।विश्व की आधी से भी अधिक आबादी आज लाकडाउन की परिस्थिति मेें जीवन गुजारने को मजबूर है। ऐसे में जब इसकी कोई दवा नहीं है तो अपने घरों में सीमित रहना ही एकमात्र उपाय है। आज यह बीमारी भारत में भी अपने पांव पसार चुकी है। पूरा भारत अपने लाकडाउन से इसे परास्त करने के लिये तत्पर है किन्तु लाकडाउन के बाद भी बेवजह इकट्ठा हुये  चंद लोगों के घनघोर लापहरवाही से यह संकट बढा है। आज प्रत्येक भारतवासी भारत के यशस्वी व गौरवशाली प्रधानमंत्री मा. नरेन्द्र मोदी जी के देश को इस महामारी से बचाने के लिये हर आदेश व निवेदन के साथ तत्परता से खडा है व दृढ संकल्पित है कि चाहे जो करना पडे मगर इस महामारी को भारत में परास्त करना ही है।
संकट की इस महान घडी में अपने विराट हौसले व जज्बे के साथ स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस के जवानों, सफाई कर्मचारी व मसीहा बनकर लोगों की मदद कर रहे कुछ संगठन व लोग निश्चित रूप से अद्वितीय व महान पुण्य का कार्य कर रहे हैं । इन सभी का महान योगदान को शब्दों में व्यक्त करना असंभव है। देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री भी स्वयं तत्परता व तल्लीनता से कार्य करते हुये इन देवदूतों का मनोबल बढाने का कोई कसर नहीं छोड रहे हैं।
सरकार ने महिलाओं, दिव्यांगों, मजदूरों ,गरीब , असहाय लोगों के लिये अपना खजाना खोल दिया है।
पूरा देश पूरी एकजुटता से लगा है और इसी एकजुटता, त्याग व समर्पण के दम पर ही  निश्चित रूप से इस महामारी विजय प्राप्त होगी ।
स्वरचित पंक्तियों से सम्पूर्ण जनमानस से निवेदन है 


मत सोचिए बुरा ,अब सही होगा
चाहे जो ईश्वर ,बस वही होगा
और धरा पर चाहे हो न हो
पराजित तो कोरोना यहीं होगा 
घर में रहिये,संभालिये देश को
कोई योगदान बडा इससे नहीं होगा


कवि  व युवा समाजसेवी अंकित मिश्रा "राष्ट्रवादी"