सफाई सुपरवाइजर को नगर आयुक्त द्वारा कोतवाली पुलिस के हवाले करने का मामला

 



सफाई कर्मियों का पार्षदों के घरों में निजी कर्मी के रूप में कार्य करने का हुआ खुलासा


नगर निगम कर्मचारी संघ ने मामले पर साधी चुप्पी, अध्यक्ष ने कुछ भी कहने से किया इनकार


 


गोरखपुर । शुक्रवार शाम को नगर निगम में उस समय हड़कंप मच गया जब नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह ने सफाई सुपरवाइजर बेचन गुप्ता को नगर निगम चौकी प्रभारी के हवाले करते हुए कोतवाली थाने भेज दिया ।
बाद में नगर निगम के कर्मचारी नेता राम प्रकाश सिंह के नेतृत्व में कर्मचारियों ने कोतवाली थाने पहुंचकर सफाई सुपरवाइजर बेचन गुप्ता को रिहा कराया।
इस संबंध में सफाई सुपरवाइजर बेचन गुप्ता ने बताया कि नगर निगम के वार्ड नम्बर 46 के पार्षद आवास पर सफाई कर्मचारियों द्वारा काम किए जाने से नाराज़ नगर आयुक्त ने उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया हालांकि थाने पर मौजूद कर्मचारी नेता राम प्रकाश सिंह ने इस संबंध में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया ।
वही नगर आयुक्त ने बताया कि सफाई सुपरवाइजर से कुछ सूचनाएं मांगी गई थी जिसको समय से उपलब्ध नहीं कराया गया कोतवाली भेजे जाने की बात बिल्कुल निराधार है सफाई कर्मियों द्वारा पार्षदों के घर पर कार्य किए जाने के बाबत नगर आयुक्त ने कहा कि अगर ऐसी बात है तो सफाई सुपरवाइजर को उन्हें अवगत कराना चाहिए ।
बहरहाल जनता के पैसों पर नगर निगम द्वारा रखे गए सफाई कर्मचारियों का पार्षदों के घरों पर निजी कर्मी के रूप में कार्य किए जाने का यह सनसनीखेज खुलासा गोरखपुर नगर निगम में भ्रष्टाचार की नई कहानी कह रहा है।