गोरखपुर । मोहर्रम की चौथी को बसंतपुर स्थित मोहम्मद मेहंदी एडवोकेट के आवास से मातमी जुलूस अपनी पुरानी रवायत और परम्परा के साथ निकाला गया। दोपहर 2:00 बजे निकल कर जुलूस हालती गंज घंटाघर रेती चौक होता हुआ इमामबाड़ा आगा साहिबान निकट गीता प्रेस पर समाप्त हुआ ।
जुलूस के दौरान मोहम्मद मेहंदी एडवोकेट ने कहां की हजरत इमाम हुसैन ने 1400 साल पहले कर्बला की धरती पर यजीद जैसे जालिम बादशाह के खिलाफ मानवता को बचाने के लिए अपनी व अपने घर वालों सहित कुल 72 लोगों की कुर्बानी दे दी । हजरत इमाम हुसैन ने यह कुर्बानी किसी विशेष धर्म जाति अथवा संप्रदाय के लिए नहीं दिया बल्कि दुनिया के इतिहास में यह आतंकवाद के खिलाफ नेक लोगों की पहली जंग थी। उन्होंने कहा कि पैगम्बर मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन और उनके साथियों की अज़ीम कुर्बानी की याद में यह जुलूस निकाला जाता है।
जुलूस के दौरान मातमदार हाथों के अलावा जंजीर व कामा का मातम करते हुए या हुसैन या हुसैन की सदाएं बुलंद कर रहे थे।
जुलूस की अगुवाई अली जहीर मेहंदी एजाज हुसैन एडवोकेट साबिर हुसैन व रफत हुसैन आदि ने किया इसके अलावा तकी मुंतशिर हुसैन मिर्जा अली आरिफ हुसैन मौलाना हुसैन ने नौहाख्वानी किया। जुलूस के दौरान ताबिश सैफी अली अब्बास आदि ने कम व जंजीरों का मातम किया जुलूस के रास्ते में हजारों लोगों की भीड़ सड़क के दोनों ओर जमी रही ।
मगरिब की नमाज से पहले इमामबाड़ा आगा साहिबान में पहुंचकर जुलूस का समापन हुआ।
गुरुवार की शाम को निकलेगा हल्लौर एसोसिएशन का मातमी जुलूस
गोरखपुर । हर साल की तरह इस साल भी हल्लौर एसोसिएशन के तत्वावधान में अंजुमन हैदरी हल्लौर का मातमी जुलूस अपनी पुरानी परंपरा के अनुसार खूनीपुर स्थित मरहूम मोजिज़ा हुसैन रिजवी के आवास से निकलेगा गुरुवार रात 8:30 बजे निकाला जाएगा।
जुलूस में सिद्धार्थनगर जनपद के कस्बा हल्लौर की प्रसिद्ध अंजुमन हैदरी द्वारा कमा व जंजीर का मातम कर्बला में शहीद हुए हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों की याद में किया जाता है।
यह जानकारी एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी मनव्वर रिज़वी ने दी।