विंध्यवासिनी पार्क में विलुप्त हो रहे 17 प्रजातियों की लगाई गई विरासत वाटिका

 


गोरखपुर । भारतीय संस्कृति निधि (इंटेक) के तत्वधान में राजकीय उद्यान ( हुई पार्क ) में शहर की दूसरी विरासत वाटिका का लोकार्पण महापौर सीताराम जायसवाल ने किया । इस अवसर पर प्रभागीय वन अधिकारी अविनाश कुमार तथा जिला उद्यान अधिकारी बलजीत सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे । मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के बाद अध्याय की दूसरी विरासत वाटिका है । इस वाटिका में पूर्वांचल में विलुप्त के कगार पर पहुंच चुके 17 प्रजातियों के 40 पौधों का पौधा रोपण किया गया । जिसमें खिरनी फालसा बड़हर पनियाला कमरख फरेंदा बारहमासी आम जमरूल बकाइन कदंब पलाश मौलश्री लालचंद खैर बीजासाल कटहरि चंपा गूलर जैसी तमाम ऐसे फलदार ब्रिज जो विलुप्त के कगार पर पहुंच रहे हैं ऐसे में इंटेक्स द्वारा यह प्रयास काफी सराहनीय है कार्यक्रम का संचालन सा संयोजक डॉ मुमताज खान द्वारा किया गया इस अवसर पर अध्याय के संयोजक महावीर प्रसाद कंडोई सहसंयोजक आचिट्य लहरी विरासत वाटिका के तकनीकी सिराज वजीह कनक हरि अग्रवाल डॉ निधि अग्रवाल आर एम त्रिपाठी आदि लोग उपस्थित रहे।