पोषण माह भारत को सशक्त एवं समर्थ बनाने के लिए जरूरी है: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ


समन्वित प्रयास के कारण प्रदेश में विषाणु जनित बीमारियों का प्रकोप देखने को नहीं मिला


यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्पों को साकार करने वाला है


जिस देश का बचपन कमजोर और कुपोषण का शिकार हो जाता है, उस देश की जवानी पर बहुत सारे प्रश्न खड़े हो जाते हैं


1 सितम्बर, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पोषण माह मात्र औपचारिकता भर नहीं है, बल्कि भारत को सशक्त एवं समर्थ बनाने का हिस्सा है। एक महीने तक चलने वाले इस अभियान से कोई बच्चा अछूता न रह जाए इस बात का ध्यान आमजन को भी रखने की आवश्यकता है। एक समन्वित प्रयास के कारण ही इस बार उत्तर प्रदेश में विषाणु जनित बीमारियां डेंगू, कालाजार, चिकनगुनिया, फाइलेरिया आदि का प्रकोप देखने को नहीं मिला।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अपने 5 कालीदास मार्ग स्थित आवास से राष्ट्रीय पोषण माह की शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि विगत पांच वर्षों में देश के अंदर जो भी कार्यक्रम चले उनका लक्ष्य एक भारत और श्रेष्ठ भारत बनाना था। स्वच्छ भारत अभियान का जन आंदोलन बनना इस कड़ी का महत्वपूर्ण हिस्सा था। यह कार्यक्रम भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्पों को साकार करने वाला है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस देश का बचपन कमजोर और कुपोषण का शिकार हो जाता है, उस देश की जवानी पर बहुत सारे प्रश्न खड़े हो जाते हैं। कुपोषण के खिलाफ छिड़ी इस जंग में सिर्फ एक विभाग की जिम्मेदारी नहीं है। इसमें आमजन की सहभागिता की भी जरूरत है, तभी यह अभियान सफल हो पाएगा।


मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वांचल में इंसेफेलाइटिस को लेकर आमजन में आक्रोश था। विगत 2 वर्षों के दौरान स्वास्थ्य विभाग के साथ अंतरविभागीय समन्वय से हमने नये अभियान को आगे बढ़ाया, जिसमें हमें काफी हद तक सफलता प्राप्त हुई है। इस बीमारी को हम जन जागरुकता और जन आंदोलन के जरिए कम कर पाए।


इस अवसर पर महिला एवं बाल कल्याण मंत्री स्वाति सिंह ने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि मुख्यमंत्री जी द्वारा पोषण माह को बाल सुपोषण उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने आमजन को इस अभियान से जुड़ने का आग्रह करते हुए कहा कि कुपोषण को हम प्रदेश से जड़ से समाप्त करने में सफल रहेंगे।


मुख्य सचिव आर. के. तिवारी ने कहा कि यह पहली बार हो रहा है कि बच्चों का अन्नप्राशन, जन्मदिन और पोषक आहार का कार्यक्रम मुख्यमंत्री आवास में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुपोषण के कारण देश के लगभग 50 प्रतिशत बच्चों को मानसिक और शारीरिक विकास नहीं हो पाता है। सिर्फ सरकार के प्रयास से इसे दूर नहीं किया जा सकता है। इसके लिए जनजागरुकता लानी पड़ेगी। 


इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य सचिव आर. के. तिवारी ने मुख्यमंत्री को पुष्प भेंटकर और मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्जवलित कर की। इस दौरान सुपोषण स्वास्थ्य मेले की रिपोर्ट समेत तीन पुस्तकों का मुख्यमंत्री ने लोकार्पण किया।


कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ महिला एवं बाल विकास मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह, मुख्य सचिव आर. के. तिवारी, प्रमुख सचिव बाल विकास एवं पुष्टाहार के साथ विभागीय कर्मचारी एवं अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।


चार चरणों में मनाया जाएगा पोषण माह


1 से 30 सितम्बर तक चलने वाले इस राष्ट्रीय पोषण माह का उद्देश्य शिशु जीवन के पहले 1000 दिवसों में उचित देखभाल, ऊपरी पूरक आहार, दस्त से बचाव, किशोरियों में एनीमिया की रोकथाम तथा स्वच्छता को बढ़ावा देना है। यह अभियान चार चरणों में चलाया जाएगा। प्रथम सप्ताह- पुरुष भागीदारी सप्ताह, द्वितीय सप्ताह- किशोरी सप्ताह, तृतीय सप्ताह- बाल सप्ताह और चतुर्थ सप्ताह- माता सप्ताह के रूप में मनाया जाएगा।


यथार्थ ऐप का शुभारम्भ


कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने यथार्थ ऐप का शुभारम्भ किया। यह ऐप पिरामल फाउंडेशन के सहयोग से बनाया गया है। इस ऐप के जरिए बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के अधिकारियों के क्षेत्रीय भ्रमण की जानकारी प्राप्त की जा सकेगी।


बच्चों को कराया भोजन और बच्ची का मना जन्मदिन 


कार्यक्रम के दौरान 40 बच्चों को भोजन कराया गया। जिसमें से कुछ बच्चों को खुद मुख्यमंत्री ने भोजन परोसा। भोजन में बच्चों को उनकी मां के हाथ से बनी सहजन वाली दाल, सहजन की पूड़ियां, मल्टी ग्रेन गुड़ के लड्डू और लस्सी परोसी गई। यही नहीं एक बच्ची अनाया तिवारी का मुख्यमंत्री आवास में जन्मदिन भी मनाया गया। मुख्यमंत्री ने बच्ची का केक कटवाकर उसे आर्शीवाद दिया।


किशोरियों को पोषण पोटली, गर्भवती महिलाओं की गोदभराई


12 से 14 वर्ष की स्कूल न जाने वाली 4 किशोरियों को मुख्यमंत्री ने पोषण पोटली दी। जिसमें काला चना, दाल, मोटा अनाज और घी शामिल था। इसके साथ ही 4 गर्भवती महिलाओं की गोदभराई भी की गई, जिन्हें मुख्यमंत्री ने हरी सब्जी, दाल, आयरन की गोली, फल और मेवे से भरी थाल भेंट की।


स्वास्थ्य परीक्षण एवं अन्नप्राशन


कार्यक्रम में शामिल महिलाओं एवं बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसके साथ 6 से 7 माह के 4 बच्चों का अन्न्प्राशन हुआ। जिन्हें मुख्यमंत्री ने खीर, पतली खिचड़ी, ऊपरी पूरक आहार खिलाया।