जुलूसों में ऊँटों के शामिल किए जाने को लेकर अनिर्णय की स्थिति में प्रशासन

 


प्रशासनिक निर्णय में हो रही देरी से खड़े हो रहे कई सवाल


अमन के मुहफीज़ों को पूरी तरह से रहना होगा तैयार और चौकन्ना


गोरखपुर । पुलिस प्रशासन द्वारा मुहर्रम के जुलूस में शामिल होने के लिए आये ऊँटों को वापस भेजने से नाराज शहर भर के इमाम चौक व जुलूसों के मुतवल्ली व अन्य लोग विरोध करने के लिए इमामबाड़ा स्टेट पहुंचे । 
सूचना होने पर मौके पर पहुंचे एडीएम सिटी राकेश कुमार श्रीवास्तव एसपी सिटी डॉ0 कौस्तुभ क्षेत्राधिकारी कोतवाली वीपी सिंह कोतवाली थाना प्रभारी जयदीप वर्मा राजघाट थाना प्रभारी राजेश कुमार पांडे व एलआईयू के लोग इमामबाड़ा स्टेट पहुंचे और इमामबाडा स्टेट के सज्जादा नशीन अदनान फर्रुख अली शाह और मतवल्ली एक्शन कमेटी के अध्यक्ष अब्दुल्ला के साथ बैठक कर विचार विमर्श किया गया लेकिन बैठक बेनतीजा रही। 
बैठक के नतीजे को लेकर जब एडीएम सिटी राकेश कुमार श्रीवास्तव से मुहर्रम के जुलूस में ऊँटों के शामिल होने के सम्बंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी से बात करने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। 
अब सवाल यह उठता है कि वह निर्णय जो पुलिस और प्रशासन के लोगों को मोहर्रम शुरू होने से पहले ले लेना चाहिए उसे मुहर्रम की चार तारीख हो जाने तक लम्बित क्यों किया जा रहा है। 
वहीं लोगों में यह भी चर्चा है कि जिला शांति समिति व थानों पर आयोजित बैठकों में डीजे व ऊंट पर प्रतिबंध की बात कही गई थी। 
दूसरी ओर कुछ का यह भी मानना है कि पिछले दिनों इमाम चौक मुतवल्ली एक्शन कमेटी ने एक मीटिंग का आयोजन कर प्रशासन के लोगों को आमंत्रित किया लेकिन स्थानीय थानों की पुलिस के अलावा प्रशासन का कोई जिम्मेदार उस मीटिंग में नही पहुंचा, जिससे प्रतिबन्ध की जानकारी लोगों को नही हों सकी। 
बताते चलें कि उक्त बैठक में शहर के सभी इमाम चौक व जुलूसों के मतवल्ली के अलावा समाजसेवी व गणेश प्रतिमा के आयोजक इकट्ठा हुए थे।
बहरहाल जिला प्रशासन मोहर्रम और गणेश चतुर्दशी को सकुशल सम्पन्न कराने को लेकर कितना गम्भीर है यह तो आने वाला समय ही बताएगा लेकिन शहर की गंगा जमुनी तहजीब और परम्परा को कायम रखने के लिए शहर में अमन के मुहफीज़ों को पूरी तरह से तैयार और चौकन्ना रहना होगा।